दो बोतल शराब

Happy new year to all…

This one is my first poetry, of 2019..

One of my friend asked me today,

Happy bday Dev babu💐💐🍺….batao gift me kya du…..paaro 💃🏻ya chandarmukhi💃🏻 🤣🤣🤣

I responded, with below lines:

ना पारो, ना चंद्रमुखी
ना किसी हूर का है ख्वाब
वहीं है दिल के सबसे पास
जो पीला दे दो बोतल शराब

जब छोड़ जाती है जिंदगी
अजीब चौराहों पे
तब बोतल ही है जो देती है
सुकून दिल को, हर शाम को साथ

दुआए ही है, जो लगी मुझको
सम्हाला गिरते हुए नाचीज़ को
हम तो गुम होजाते भीड़ में
गर ना मिलता, यारो का साथ

आजा लगा ले, कुछ घूंट
यारो की महफ़िल में, क्यों की
वहीं है दिल के सबसे पास
जो पीला दे दो बोतल शराब

देव

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