लोग हसरतें मुझे पाने की ले बैठे
मुझे अपना बनाने की ललक ले बैठे
और, मुझमें डूबने से पहले ही
कोई किनारा दुंडता है
कोई गहराई टटोलता है
कोई, कस्ती में सवार होता है
कोई कस्टिया साथ ले चलता है
ना मिला कोई, जो बस डूबना चाहता हो
अपने ख़यालो से जुदा ही
मुझमें खोना चाहता हो
मुझे अपना बनाने की होड़ छोड़
मुझे अपनाना चाहता हो
मेरा होना चाहता हो
सिर्फ, मेरी अच्छाइयों को नहीं
मेरी कमजोरियों को चाहता हो
मिलेगा जब भी कोई ऐसा
खुदाया, मैं खुद को छोड़ दूंगा
उसकी दुनिया मे खोकर
अपनी गजले भी छोड़ दूंगा
अपनी गजले भी छोड़ दूंगा
अपनी गजले भी छोड़ दूंगा
देव