जब तेरे चेहरे से, पर्दा उड़ा होगा

कतल करने वाली, निगाहें मतवाली।
और बलखाती सी गिरती, जुल्फे काली।।


सोने सी चमकती, तेरी काया
खुदा ने बड़ी फुरसत से, है तुझे बनाया

तेरी होठो से बरसती, मुस्कान को देख।
एक बार तो खुदा भी, खुश हुआ होगा।।

रब का भी मन, एक बार तो डोला होगा।
जब तेरे चेहरे से, पर्दा उड़ा होगा।।

देव

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