One of my friend, told me about suggestions of relatives, keeps coming at every part of life, and it’s difficult to handle, but I have my own way to handle… Apply those suggestions, as per own understanding.
वो कल भी मुझे ही समझाते थे
और आज भी, मुझे ही समझाते है
कहते है, वो मेरा भला चाहते है
क्या करू, सुनना भी पड़ता है,
रिश्तेदार जो कहलाते है
वैसे तो दिखाई नहीं देते
पर जहा जशन होता है
वहीं पाए जाते है
भर कर ज्ञान की तश्तरी,
बड़े प्यार परोसते है
चाहे, घरों में इनके वहीं बर्तन
आपस में बजते है
और एक मैं हूं, ज्ञान लेती हूं
क्यूं ना लूं, बहुत मजा आता है
जब उनकी बातो का मतलब
मेरे हिसाब में सेट हो जाता है
जैसे, आंटी ने कहा, बेटा,
जिंदगी अकेले नहीं गुजरती है
मैंने मन जवाब दिया,
आंटी, मेरी हर शाम यारो की महफ़िल में
और रात, ओह, यहां नहीं बता सकता 😜 कैसे निकलती है
उनका ज्ञान, मेरे बहुत काम आता है
जब भी, लाइफ में कन्फ्यूजन होता है
थोड़ा और बटोर, अपने हिसाब से
अप्लाई किया जाता है
देव
VERY NICE…….
SUPERB…..
BEST…..