वो कब समझेंगे हम,
इसी ख्वाहिश में,
बरसो निकल गए,
और जब हम बदल गए,
वो नज़रे घुमाए,
क्यूं चल दिए।।
देव
Poem, Poetry, Shayari, Hindi, Kavita, Kahani, Gaana, Songs, Writer, Gazal, Story, Quote
वो कब समझेंगे हम,
इसी ख्वाहिश में,
बरसो निकल गए,
और जब हम बदल गए,
वो नज़रे घुमाए,
क्यूं चल दिए।।
देव