सदियों गुजर गई, मुझे चैन से सोए हुए।।
कुछ पल ही सही, तेरे आगोश में समा ले।
कब से घूम रहा हूं मै, लेकर फिक्र बोझ।
रख के सिर तेरी गोदी में, जरा बाल सहला दे।।
ख्वाहिश नहीं कि तू दे साथ उमर भर।
जब साथ हो मेरे, अपने हाथो से खिला दे।।
तेरे माथे पर शिकन, अच्छी नहीं लगती।
मेरी हसी है क्यूं की, तू मुस्कुरा दे।
देव