आज तो जाम से जाम टकराएंगे
कुछ तुम पिलाओगे, कुछ हम पिलाएंगे।।
यारो के साथ, मिलकर दोस्ती का
त्योहार मनाएंगे
कुछ तुम पिलाओगे, कुछ हम पिलाएंगे।।
जमाना बीत गया, ना किस्से सुना
ना कहानियां सुनाई
आज जज्बात निकलेंगे, थोड़े आंसू बहाएंगे।।
कुछ तुम पिलाओगे, कुछ हम पिलाएंगे।
कब से तड़प रहे है, दूर हो जाने कब से
जी भर दीदार करेंगे, गले तुझको लगाएंगे।।
कुछ तुम पिलाओगे, कुछ हम पिलाएंगे।।
हंसी क्या होती है, कहीं छोड़ आए थे शायद।
याद कर बचपन के किस्से, जी भर हंस तो पाएंगे।।
यारो के साथ, मिलकर दोस्ती का
त्योहार मनाएंगे
कुछ तुम पिलाओगे, कुछ हम पिलाएंगे।।
देव