तुम होगे तो सही,
मेरे अरमानों को समेटे
बैठा हूं मैं कब से,
आज नहीं तो कल,
पूरे होंगे तो सही,
तब तुम मेरा साथ, दोगे तो सही।
मानता हूं, दूर बहुत हो तुम,
पर दिल के बहुत करीब हो तुम,
बस इतना बतादो, जब याद करूंगा तुम्हे,
तुम मेरे आस पास, होगे तो सही।
तुम होगे तो सही,
मेरे अरमानों को समेटे
बैठा हूं मैं कब से,
आज नहीं तो कल,
पूरे होंगे तो सही,
तब तुम मेरा साथ, दोगे तो सही।
मानता हूं, दूर बहुत हो तुम,
पर दिल के बहुत करीब हो तुम,
बस इतना बतादो, जब याद करूंगा तुम्हे,
तुम मेरे आस पास, होगे तो सही।