तेरी तिरछी नजर,
तेरा तकना बेझिझक
और ये लहराते बाल,
बलखाती हुई सी तेरी चाल,
तेरी मुस्कुराहट
तेरे क़दमों की आहट,
तेरे कंधे से लटकता पल्लू,
तेरी आंखो का ये जादू,
तेरी कमर में लटकता ये रुमाल
तेरा झुकी नजरो से पूछना, क्या हाल
काफी है, हां काफी है
कतल करने के लिए,
आशिकों के मचलने के लिए।।
देव