सनम उसका कोई और ही है

इंतेज़ार, तो बहुत हमे भी है,
वो आए, कह दे, सनम हमको,
उनको चाहते है, तहे दिल से,
वो मग्शूल, कहीं और ही है,

लेकर, हाथो में, बैठे है दिल अपना,
निकम्मा, नज़रे, इस तरफ फेरता ही नहीं,

यूं तो करीब, इस कदर है मेरे,
कि छूं लू, हाथ बड़ा के उसे,
यार कहता है हमे, और
सनम उसका कोई और ही है।।

देव

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