कौन कहता है, अकेली है वो

कौन कहता है, अकेली है वो
यारो की टोली, साथ रहती है,
दो बूंद आंसू आ जाए तो,
घर में जमात लगती है,

फिर भी, ना जाने क्यूं,
हसीं में भी उदासी रहती है,
साथी का तो है इंतेज़ार उसे
दरवाजे नहीं खुले रखती है।।

देव

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