जिंदगी, अभी ही तो मिली थी कहीं,
ले लूं, साथ उस भी, फिर मिले या नहीं,
यूं ही चलते चलते, जरा रुक सी गई,
बीच रास्ते में, ज़रा ठहर सी गई,
जाने कब से, था इंतेज़ार उसका,
चाहती थी थामे, हाथों में हाथ मेरा,
मिला है वो अब, जब बढ़ाया हाथ अपना,
जाने क्यूं, मैं जरा ठिठक सी गई,
देव