बस वही, तेरे ताज कें काबिल है

हीरे तो बहुत है, तेरे इस्तेकबाल में,
पर तेरा नूर, सब पर भारी है,
फना कर दे, तुझ पर, चमक सारी,
बस वही, तेरे ताज कें काबिल है।।

देव

Leave a Reply