तेरा रूप और ये धूप

तेरा रूप और ये धूप,
कुछ तो खास है,
दीदार को बस कुछ पल,
करता हूं इंतेज़ार मैं।

सुनहरी सी यादें तेरी,
तेरे नाम से चलती, सांसे मेरी,
तू है, तो बहुत कुछ है,
तू नहीं तो बेकार, जिंदगी है।।

देव

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