इस बार नहीं रोका मैंने।।
वो जाने लगा, नहीं टोका मैंने,
इस बार नहीं, रोका मैंने,
यूं तो, निकाह उससे, किया मैंने,
शर्तों पर उसकी, हां कहा मैंने,
संग उसके रही, प्रियतम बन कर,
मजबूरी थी, विश पिया मैंने,
इस बार नहीं रोका मैंने,
यूं तो, काफी थी, गलतियां की,
हक से बढ़ कर, उसकी इच्छा थी,
अभिलाषा नहीं, वो लालच था,
रंक से राजा बन जाना था,
सब कुछ, चुपचाप सहा मैंने,
इस बार नहीं रोका मैंने,
हद तब थी, जब कलंक लगा,
मां का अधिकार, था छीन लिया,
पत्नी पर ना जब, विश्वास रहा,
बस इतना कहा, जा, माफ किया मैंने,
इस बार नहीं रोका मैंने।।
देव
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