I am sure, as i written many poetries on girls, people will accept this as well and will take this as food foe thought, and won’t create controversy…
लडको को लड़के है रहने दो,
उनके दिलो को इमोशंस से ना भरो,
वो झेल नहीं पाएंगे, बिखर जाएंगे।
कहते है वक़्त बदल गया है,
इक्वालिटी की दुनिया है,
पर अब भी, लडके की खासियत,
उसके बैंक में रखा पैसा है।
हां, उसे घर के काम में हाथ बटाना चाहिए,
उसे खाना बनाना आना चाहिए,
उसका हर पल, प्रियतम को नाम अपने चाहिए,
कमाने का जिम्मा भी, लड़के का होना चाहिए।
इसीलिए कह रहा हूं,
लडको को लड़के है रहने दो,
उनके दिलो को इमोशंस से ना भरो,
वो झेल नहीं पाएंगे, पल में बिखर जाएंगे।।
देव
7 may 2020