मैं नहीं, कोई बात नहीं,
मेरे ख्यालात तो उड़ सकते है।
जो मैं नहीं कर सकता,
मेरे ख्यालात तो कर सकते है।
तू नहीं करीब मेरे, तेरे करीब,
मेरे ख्यालात तो रह सकते है।
तू नहीं बयां करती, तो क्या,
तेरे ख्यालात तो कर सकते है।
ये इश्क़ है, दो रूहों का मिलन,
जिस्मों की इन्हे क्या जरूरत,
जिस्म मिले या ना मिले,
हमारे ख्यालात तो मिल सकते है।।
देव