ख्वाब,
काश! ख्वाब,
बस ख्वाब ही जिंदगी होते,
हम हर पल, तेरे करीब होते,
तेरे पहलू में रख सिर अपना,
ख्वाबों में फिर खो रहे होते।
ख्वाबों में सही, हकीकत होती
तेरे चेहरे पर, मुस्कुराहट होती
बंद दरवाजे, गमों को होते,
खुशियां तेरे आंगन में, खेलती होती।
ख्वाब तेरे, मेरी तमन्ना होते,
तेरे क़दमों में, जहां सारे होते,
खुदा ख्वाहिश कभी को पूछता,
तेरे ख्वाबों, की फेरहिस्त देते।
देव
28 जून 2020
nicely written
Shukriya
aapko v शुक्रिया