देश वही है, बस सोच बदल गई अब
देश भक्ति जताने की, रीत नई अब,
राम की मर्यादा निभा चुके काफी है हम,
कृष्ण का दर्शन समझ, चले है हम अब।
अन्याय के आगे झुकते नहीं है हम अब,
कर सकते एक और, महाभारत हम अब,
अर्जुन, अग्नि, तेज से सजी है सेना अब
कदम नहीं अब पीछे, करेंगे हम अब।
बिना अस्त्र शस्त्र के भी, जीते हम अब,
शास्त्रों से भी धूल चटा सकते है हम अब।
दुनिया ने माना है, अपना लोहा हमसे अब,
हिन्द ही हिन्द है चमका, जग में है अब।
देव
2 जुलाई 2020