जब उसे याद तेरी आती होगी,
वो जरा मुस्कुराती तो होगी।
कौन कहता है, के दूर हैं तू,
सपनो तेरे महकाती तो होगी।
सलवटें आ गई पेशानी पर,
वक्त संवारने में, बिताती तो होगी।
सफेदी है तेरे बालो मे भी तो,
तेरा हाथ थाम, कदम बढ़ाती तो होगी।
देव
31/10/2020, 12:40 am