राधा कृष्ण है, कृष्ण ही राधा

तुम संग नहीं माना,
पर मुझमें समाहित हो,
मेरे अंतर्मन की,
तुम ही रानी हो।
मैं कृष्ण हूंँ, तुम हो राधा,
तुम मेरी दीवानी हो,
तुम कृष्ण, मैं हूंँ राधा,
मैं तेरी मस्तानी हूंँ।
तुझमें मुझमें, मुझमें तुझमें,
बस प्रेम ही है अपने जीवन में।
राधा कृष्ण है, कृष्ण ही राधा
प्रेम, प्रेम है, नहीं कोई बंधन।
देव
13/02/2021, 7:43 pm

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