तुम संग नहीं माना,पर मुझमें समाहित हो,मेरे अंतर्मन की,तुम ही रानी हो।मैं कृष्ण हूंँ, तुम हो राधा,तुम मेरी दीवानी हो,तुम कृष्ण, मैं हूंँ राधा,मैं तेरी मस्तानी हूंँ।तुझमें मुझमें, मुझमें तुझमें,बस प्रेम ही है अपने जीवन में।राधा कृष्ण है, कृष्ण ही राधाप्रेम, प्रेम है, नहीं कोई बंधन।देव13/02/2021, 7:43 pm
friendship
It all about friendship,You offered to me,That is the best thing,Happaned to me,Though, i like you,But that is not enough,Still you smiled,When i was rough,Yes, i love you,And you dont love me,Will keep memories lifelong,The moment, You hug me.Dev
तुमसे..मोहब्बत हो गई है।
मेरी सांसों, को तेरी..आदत..हो गई हैमुझे तुमसे.. हाँ तुमसे..मोहब्बत हो गई है,मेरी धड़कनों को तेरी.. आरजू..हो गई है,मुझे तुमसे.. हाँ तुमसे..मोहब्बत हो गई है।तेरी..याद में.. गुजरता.. हर एक लम्हा,तेरे..नाम का..पढ़ता..हूंँ मैं कलमा,मेरी हर इबादत, तेरे नाम.. हो गई हैमुझे तुमसे.. हाँ तुमसे..मोहब्बत हो गई है।तेरी.. ख्वाहिशें…, मेरा.. ख्वाब हैतेरी..मुस्कुराहट.. मेरा अरमान है,मेरी..जिन्दगी.. तेरे नाम, हो … Continue reading तुमसे..मोहब्बत हो गई है।
नज़रों में नमी सी
ना जाने कब, मेरी आंखे,मेरे ज़हन के करीबी हो गई,जब भी याद तुझे किया,नज़रों में नमी सी हो है।देव12/02/2021, 1:22 pm
संजीदा थे
जिरह हर तरफ हुई,मुझसे तेरी, मुलाक़ात की,बस, हम ही थे, जोसंजीदा थे हर महफिल मे।देव11/02/2021, 11:53 pm
विश्वास है!
जब प्यार है, तो विश्वास है,जब विश्वास है, तो वादा क्यूं।और वादा है, तो मजबूरी भी है,जो मजबूर हो, वो प्यार क्यूं।।देव 11/02/2021, 11:45 pm
खुशियाँ
कभी पास आती सी, कभी बहुत दूर दिखती है,खुशियाँ अक्सर दिख कर, क्यूं मुंह फेर लेती है,फिर ढूंढता हूंँ यही कहीं, अपने मे फिर से,रहती है खुद में कहीं, बस छिपी रहती है।देव11/02/2021, 5:11 pm
काबिल ऐ तारीफ
तालीम ऐ हुनर, मिल गई थी,उसके होने से पहले,काबिल ऐ तारीफ हुआ,उनसे मुलाक़ात के बाद।देव11/02/2021, 5:08 pm
काबिल ऐ तारीफ
तालीम ऐ हुनर, मिल गई थी,उसके होने से पहले,काबिल ऐ तारीफ हुआ,उनसे मुलाक़ात के बाद।देव11/02/2021, 5:08 pm
मैं इंसान हूंँ, जमीं वाला
उसके हर गम, हर खुशी में, मैं शामिल हूंँ,मगर जब आंख मेरी, भर आए, मैं तन्हा क्यूं हूंँ।हाल ए दिल जानते है उनका,खबर हर पल की रखते है,आंसू जब बहते है मेरे,उन्हे ना पाऊं, होता क्यूं है।वो फरिश्ता है, मैं इंसान हूंँ, जमीं वाला,मेरे जों खवाब है, उनकी जिन्दगी का लम्हा है,उनकी खुशियों का जश्न … Continue reading मैं इंसान हूंँ, जमीं वाला
कल का क्या पता
कुछ फितरत, यूँ कर लो,जितना चाहिए, बस वही लो,आज है, कल का क्या पता,कल के लिए, आजना बर्बाद कर लो।।देव11/02/2021, 12:23 pm
खुश रहने का, रहस्य।।
एक हाथ में लाठी, औरकमर पर बच्चा लिए खड़ा था,वो अपने वर्तमान औरभविष्य साथ लिए चला था।बाल उलझे, पावों से चप्पल नदारदबदन पर बस चंद कपड़े थे,मगर चेहरे पर मुस्कान,और हौसले उसके बड़े थे।शायद, पेट आज भी, आधा ही भरा था,बच्चा उसका कुछ कमजोर लग रहा था,मगर शिकन एक नहीं थी,जिंदा है, आज का दिन … Continue reading खुश रहने का, रहस्य।।
बस याद है तेरी
कुछ धुंधली सी तस्वीर, हो गई मेरी,वक्त का असर, कुछ यूं हुआ,बैठ कर आइने के सामने,जब मैं, खुद से रूबरू हुआ।भीड़ थी कभी, इस महफिल में,रोशन थे गुलसिता, कभी गुलशन में,जो खास बनते थे, कहा अलविदा,खाली इमारतें है, अब बस मैं हूंँ।यारो का काफिला, मंजिलों की बातें,दिन सुनहरे थे और थी चांदनी रातें,मंजिल जो बदली, … Continue reading बस याद है तेरी
लिखे थे खत, जो जला दिए
लिखे थे खत जो तुमको वो,जला दिए मैंने,मेरे नाम के किस्से, सबमिटा दिए मैंने।मेरे ख्वाबों में आती थी तू, अबसोता नहीं हूंँ मैं,तू टकरा जाये ना कहीं मुझसे, वहांरहता नहीं हूँ मैं।मिला सबकुछ तो है तुमको, नाम मेरे बस मोहब्बत है,घिरी है तू अपनो से, यहांयादों की महफिल है।देव09/02/2021, 3:02 am
मेरे ज़हन में, अब भी हैं
तन्हाइयो मे, मैंअक्सर रो लेता हूंँ,समझ कर हाथ उनके,आंसू खुद से पोछ लेता हूंँ।है टूटा सा ये दिल, मगर,ये दिल तो उसका है,मेरे ज़हन में, अब भीबसेरा उसका है।नहीं हैं इश्क़ उसको,ना मैं यू याद आता हूंँ,दुआ करता हूंँ उसकी,जब खुदा के दर पर जाता हूंँ।देव09/02/2021, 3:00 am
पैसे है, मगर दिल में जगह कम है।।
ये कविता आज सुबह की एक मुलाक़ात पर आधारित है।पैसे है, मगर दिल में जगह कम है।।सर्दी की ठिठुरती सुबह,और नई दिल्ली का रेलवे स्टेशन,यूं तो अक्सर, ओला या उबेर होती है,मगर, आज लगा, क्यूं ना,ऑटो मे थोड़ा घूमा जाए,ठंड का मजा लिया जाए।चहल कदमी कर, मेन रोड तक आया,इधर देखा उधर देखा, उसने बुलाया,दुबला … Continue reading पैसे है, मगर दिल में जगह कम है।।
ऐ यार, कमाल है ये मोहब्बत।
बेतहाशा हसीन है तो,बेइंतहा बेदर्द भी है,ऐ यार, यही तो है मोहब्बत।कभी जलती है पल में,कभी जलती है सदियों,ऐ यार, बारूद है ये मोहब्बत।रोते को हॅंसाती है तोकभी हंसते को,रुलाती है,ऐ यार, कमाल है ये मोहब्बत।उसकी ना में हाँ का छिपना,और हाँ मे ना का, छिप जाना,ऐ यार, तड़पाती है ये मोहब्बत।देव06/02/2021, 1:25 am
तड़पाती ये मोहब्बत।
उसकी ना में हाँ का छिपना,और हाँ मे ना का, छिप जाना,ऐ यार, तड़पाती है ये मोहब्बत।06/02/2021, 12:41 am
कमाल है ये मोहब्बत।
रोते को हॅंसाती है तोकभी हंसते को,रुलाती है,ऐ यार, कमाल है ये मोहब्बत।देव06/02/2021, 12:40 am
बारूद है ये मोहब्बत।
कभी जलती है पल में,कभी जलती है सदियों,ऐ यार, बारूद है ये मोहब्बत।देव06/02/2021, 12:37 am