तेरे अश्क ,मेरे अश्क

काश! तेरे अश्क भी, तेरे अश्क भी अश्क पर बहे होते,
काश! तूने दो लब्ज़, मुझे कहे होते,
काश! थामे रखती, तू हाथ मेरा,
काश! एक बार, तूने पुकारा होता।

हां! कहता हूं, मै, मोहब्बत है तुझसे मुझे,
हां! सच है कि, चाहता हु, हद से ज्यादा तुझे,
हां! याद है, थाम तेरा हाथ, एक पल में जिन्दगी जी थी मैंने,
हां! सोचता हूं, तुझे आज भी, हर पल पल में।

चलो! एक बार फिर से, शुरू करते है,
चलो! फिर से पहली, मुलाक़ात करते है,
चलो! फिर से जानते है, नए सिरे से हम,
चलो! फिर से मोहब्बत की नई, दास्तान लिखते है।।

देव

23/08/2020, 9:49 am

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