बच्चो को वक़्त ना देकर, मोबाइल दिलाए जाते है

अब तो ये रोजमर्रा की बात हो गई,इंसान से ज्यादा,मोबाइल से मोहब्बत हो गई,अब आंख खुलते ही, गुड मॉ्निंग, बोला नहीं, लिखा जाता हैहाल, बाद में, करीबों का,लोगो का, स्टेटस, ऑनलाइन चेक पहले किया जाता है, चाहे कितनी भी भाग दौड़ भरी हो सुबह,ऑनलाइन रहने के लिए,वक़्त निकल ही जाता है, रात में, बच्चों को … Continue reading बच्चो को वक़्त ना देकर, मोबाइल दिलाए जाते है

हर पल को जीना सीख लो,

सीख लो,कभी खुद के साथखुश होना सीख लो,कोई जब ना हो पास,खुश होना सीख लो, अकेले आए थे, अकेले जाएंगे,फिर क्यूं तन्हाई से डरते हो,खुद का साथ, क्या पसंद नहीं,जो औरों से उम्मीदें करते हो, कुछ पल की खुशी,महफिलें दे सकती है,फिर रहना है खुद के साथ,जश्न खुद ही, मनाना सीख लो, वक़्त गुज़र रहा … Continue reading हर पल को जीना सीख लो,

तू नहीं किस्मत में, तो कोई और भी नहीं

पलकें मेरी….. अक्सर…. ठहर जाती है,जब…सामने तस्वीर … नजर आती है, कैसे रहे…. बिन उनके.. पल भर हम यहांआंखे मुंदते है…. सामने… वो आ जाती है मुद्दत…मुद्दत हो गई….मुलाक़ात…. किए उनसे,कब और कैसे कहे…. हाल ए दिल… उनसे, ना वो नजर… आती है.. महफ़िल में मेरीना वो महफ़िल में…. अपनी….बुलाती है हमें उम्मीद अब भी … Continue reading तू नहीं किस्मत में, तो कोई और भी नहीं

खुशी का मोल, तू जानती है

खुशी का मोल, तू जानती है,दर्द क्या है, तू पहचानती है,माना, हंसी थोड़ी मंद है तेरी,मुस्कान बिखेरना, आदत है तेरी, बांट देती है पल में, खुशियां सारीबटोरने में दर्द सबके, है पहली तेरी बारी,हां, सुनती भी है सबकी, हर बात,और मस्त हो, जीती है जिंदगी बेबाक, देव

फिर जी ले जिंदगी, यूं कह रहा है

दिल फिर से ख्वाहिशें कुछ कर रहा है,उसके होने की, उम्मीद पर जी रहा हैबेकार वक़्त यू गवाना, मंजूर नहीं,फिर जी ले जिंदगी, यूं कह रहा है, यूं तो अक्सर, बन जाते है किस्सेकौन है यहां किसका, क्या है किसके हिस्सेतन्हाइयों को भी, अलविदा कह रहा हैफिर जी ले जिंदगी, यूं कह रहा है, तकदीर … Continue reading फिर जी ले जिंदगी, यूं कह रहा है

पहली बार पीने पर, क्या हुआ था

कल फिर वही किस्से पुराने,बस इस बार, कुछ नया था,पहली बार पीने पर, क्या हुआ था, बताया था उसने,पीकर क्या क्या हुआ था,जब बैठ मां के सामने,बेवड़े होने का पछतावा किया था, वही किस्सा, भूलने का भी आया था,कैसे, याद नहीं कुछ आज तक,का जिक्र जुबां पर आया था,और पहली बार, पीने का सबब जब … Continue reading पहली बार पीने पर, क्या हुआ था

जाने, वक़्त कब निकल गया

कुछ पल, यारो के संग,कुछ बातें, कुछ यादें,कुछ किस्से, नए पुराने,बातें यारो की, जज्बात यारो के,कुछ इधर की, कुछ उधर की,ना जाने किधर किधर की,पहला प्यार, पहला इकरार,पिछली गर्लफ्रेंड का,गुस्से वाला किरदार,कुछ नगमे, कुछ गाने,कुछ मोहब्बत के फसाने,कुछ चाहत की बातें,कुछ सुनसान रातें,कुछ बेकार बहाने,कुछ बेसुरे तराने,ना जाम, ना कोई काम,होठों पर हसीं,उसकी बातें, जों … Continue reading जाने, वक़्त कब निकल गया

यूं रातों में जागना, कुछ खास हो

मैं तो कब से इंतेज़ार में हूं,अब नहीं जागा जाता यू ही,बिना बात के,कोई सपनों में तो आए,मुझे जगाए, अपनी हरकतों से,फिर जागूं याद में उसकी,तो कोई बात हो,यूं रातों में जागना,कुछ खास हो।। देव

तेरा दिल, कभी तो, मुझे अपनाएगा

वो भी कितनी नादान हैबस बातों ही बातों में,कुछ पल की मुलाकातों में,कुछ हंसी कुछ ठहाको में,साथ बैठे गुनगुनाने में,कुछ नए तरानों गाने में,कुछ पुराने अफसाने सुनाने में,कुछ दूर साथ चलने में,कुछ रुक कर बतियाने में,जाते हुए हाथ हिलाने में,और फिर मिलना, बोलकर जाने में,यूं ही दिल चुरा कर ले गई,और उसे पता भी नहीं,या … Continue reading तेरा दिल, कभी तो, मुझे अपनाएगा

चांद खुद है, आज शरमाया

आज फिर उसकी याद में,उसकी प्रोफ़ाइल पिक देख डाली,उसका मुस्कुराता चेहरा देख,दिल ने एक आह निकली, बला की खूबसूरती, खुदा नेकैसे जमीं पर उतारी,चमन में रोशनी फैली,कलियां गुल बन गई सारी, घनी जुल्फों से झांकता,चेहरा उसका मुस्कुराता,नजर भर देख क्या ले उसको,चांद खुद है, आज शरमाया, देव

हर दिल तन्हा होता है,

महफिलें तो बहुत सजती हैं यहां,लोग की काफी होते है,हर दिल तन्हा होता है,हर रूह, पराई होती है, अपना, कहने को, तो सब कहते है,पलटते ही, सच्चाई निकलती है,इश्क़ कैसे बसेरा करें वहां,नफरतें जहां पर बसती है, बांटे प्यार तो दीवाना,ना बांटे तो, काफिर कहते है,खुदगर्ज जमाना है इतना,तारीफे कहा अब रहती है, देव

नन्हों को भी, भुला जाते है,

भूलने की कोशिशें करी हजार,मगर भुला ना सका, उस पल को, शाम याद है मुझे आज भी,जब दिल मेरा, टूटे शीशे की तरहबिखर गया था,कुछ पल ऐसा लगा, जीवनअधजली लाश बन गया था,घिन्न सी आने लगी,जीने की चाह मिट सी गई,बस, तुम ही तो थे,मासूम, नटखट, अनजान नफरतों से,तुतलती सी आवाज में,और प्रखर अंदाज में,पापा … Continue reading नन्हों को भी, भुला जाते है,

बसा लो एक नई बस्ती

यह दिल, एक बार नहीं, कई बार टूटा है,इन्हीं हाथों से दामन, कई बार छूटा है,जो करते थे वादा, सात जन्म साथ निभाने का,उन्होंने ही अपने हाथों से, पीठ में खंजर घोपा है, बन जाओ तुम भी जिद्दी,ना समझो इसे हर अपनी,खोने के रोने में, ना बर्बाद करो वक़्तमंजिले नई बना को, रास्तों से तुम … Continue reading बसा लो एक नई बस्ती

बचपन भी, पाबंद ही गया है।

तुम्हे याद है, वो गुजरे हुए दिन,सर्दी के दिन, खिलती हुई धूप,मां का आंगन में बैठ, तिल कूटना,गुड का अंगीठी पर चढ़ाना,और तिल के लड्डू बनाना, हफ्तों पहले, शुरू हो जाता था,बेसब्र इंतेज़ार, संक्रांत का,अरे वाह, तिल के लड्डू खाएंगे,और लेंगे मजा, पतंगबाजी का, बाज़ार से सूत का लेना,पुरानी ट्यूब लाइट से पिसा कांच बनाना,लड्डू … Continue reading बचपन भी, पाबंद ही गया है।

कुछ कदम चलो साथ

पल दो पल तो गुजारो साथ,कुछ कदम तो चलो तुम साथ,जाने क्यूं, पल में गायब हो जाते हो,हवा की तरह, गुज़र जाते हो, मैं कहता हूं, ना यकीं करो यू ही,कुछ तो विश्वास करो खुद पर,काबिल तुम हो, ये जान लो एक बार,जमाना बोलता है, कभी इस पार, कभी उस पार, करवाते बदलते है लोग … Continue reading कुछ कदम चलो साथ

देव बाबू, हां यही नाम दे दिया है

देव बाबू, हां यही नाम दे दिया है,और कुछ अंजाम भी, ऐसा ही कर दिया है,जो हमे चाहते है, उन्हें हम चाह नहीं सकते,और जिन्हे चाहते है, वो इसी बात में मागशूल है,की हम उन्हें क्यूं नहीं चाहते,जोभाने चाहते है याहम उन्हें चाहते है तो क्यूं चाहते है, वही देखो, कुछ यार ऐसे हैजो कभी … Continue reading देव बाबू, हां यही नाम दे दिया है

जिंदगी की आपा धापि में खो गई है

जब से वो गया है,वो कुछ अधूरी सी हो गई है,सपनों को कर विदा अपने,जिंदगी की आपा धापि में खो गई है, सुबह सुबह, शुरू हो जाती है दौड़,बच्चो को उठाना, तैयार करना,टिफिन बनाना, स्कूल भेजना,फिर खुद के ऑफिस की तैयारी करना,बेतरतीब से बालों को झट से समेटनाबिना मैचिंग के कपड़े पहनना,अब कहा आइने के … Continue reading जिंदगी की आपा धापि में खो गई है

मेरा चेहरा, अपने चेहरे में, देख पाओगे

नफरतें कर ले हम किस से, और क्यूं करले,इश्क़ जो कर ले फिर, तुम यूं ही तड़प जाओगे, छोड़ कर मुझको, तुम खुश कहा रह पाओगे,इश्क़ की आग में, तुम खुद ही झुलस जाओगे, लोग कहते है के, प्यार, खुदा होता है,नफरतें दिल में हो तो खुदा क्या पाओगे, रोज देते है दुआएं, उन्हें हम … Continue reading मेरा चेहरा, अपने चेहरे में, देख पाओगे

तू है या नहीं

यूं ही नहीं मैं, तुझसे हूं इश्क़ करता,तू कुछ खास है, तुझमें कुछ बात है, ये नहीं है हुस्न तेरा, जो बुलाता है मुझे,तेरी अदा, तेरा दीवानापन, भाता है मुझे, पता है, मैं नहीं आता, तेरे ख्यालों में,पर पाएगी मुझे, तू सपनों में अपने, अमानत है, तू किसी और की, याकिसी और को तू चाहती … Continue reading तू है या नहीं

क्यूं बदलू, मैं मैं ही रहूं

बहुत सोचा, बदलना है,लोग यू ही तो नहीं बोलते,बोलते भी है, वो जो साथ है,खास है, जो मिले मुझको,मुझसे मिलकर,पसंद किया है मुझको,मेरी बातें सुनकर,मेरी आदतों को देखकर,ही तू जुड़े है मुझसे,और सच में, वो सब बहुत खास है, वो सच कह रहे है, जानता हूं,पर बदलाव, अकेला नहीं आता,कुछ पाते है, तो कुछ खोते … Continue reading क्यूं बदलू, मैं मैं ही रहूं