इक यज्ञ कर रहा हूं। अभिशप्त है धरा, पवित्र कर रहा हूं। इक यज्ञ कर रहा हूं। वीर था वो रावण जिसने सीता को था हरा मर्यादा इतनी तो रखी नज़रे थी झुकी, ना हाथ भी धारा अब राम के मुखौटे में रावण बने है फिरते पर स्त्री को है तकते इज्जत ना बख्शते उनको … Continue reading इक यज्ञ कर रहा हूं…
Month: March 2019
मैं आज, अपने गुजरे वक़्त को निखार रही हूं…
उन छोटे होते हुए कपड़ों को जरा सम्हाल रही हूं मैं आज, अपने गुजरे वक़्त को निखार रही हूं चटक रंगो की कुर्ती जो पहन, मिली थी तुझसे कभी आज भी मेरी अलमारी की शोभा बढ़ा रही है दुपट्टा सरकने को तरसता सा, तेरे हाथो के छूने के इंतजार में आज भी, मेरे सुनहरे बालों … Continue reading मैं आज, अपने गुजरे वक़्त को निखार रही हूं…
कब तक, नज़रे फिरा के जाती रहोगी..
पस्त चेहरे, कुछ कह रहे है दास्तां बीती रात की कल कुछ आंखे नम तो हुई होंगे कुछ चेहरे उदास रहे होंगे बता दे, में हूं तेरा, हमसफ़र ना फर मुझसे यू नजर तेरी रातों की कहानी जानना चाहता हूं मैं, तुझे पहचानना चाहता हूं दर्द दिल के दिल में कब तक रखोगी क्यूं, यू … Continue reading कब तक, नज़रे फिरा के जाती रहोगी..
हां, तेरी बातें मेरे जेहन में आज भी कहीं रहती हैं।
नन्ही सी थी तू, जब पहली बार, तूने मेरी बाजुओं मेंरख सर अपना, बड़ी मासूमियत से, मुझे आवाज दी। वो आवाज़ आज भी मेरे कानो में गुंजाई देती है हां, तेरी आवाज़ मेरे जेहन में आज भी कहीं रहती है। तेरा पहली बार घुटनों पर खिसकते हुए दरवाजे की चौखट पर कर बगीचे में जाना, … Continue reading हां, तेरी बातें मेरे जेहन में आज भी कहीं रहती हैं।
वो टूटी कांच की बोटल का टुकड़ा…
वो टूटी कांच की बोटल का टुकड़ा जिसे कभी फेंक दिया था हमने यही कही कोने में छुपा रह गया था आज मिल गया, सफाई करते हुए हमें अकेला सा कोने मुझे दुब्का हुआ ढूंढते अपने बाकी हिस्सो को तन्हा, उदास, खोया सा तड़प में मिलने की साथियों से उसे उठाया बड़ी तसल्ली से अपने … Continue reading वो टूटी कांच की बोटल का टुकड़ा…
तेरे संग चलना, ता जिंदगी मुझे….
तुझे साथ लेकर चलूंगा तेरा हाथ थामे रहूंगा मुश्किलें मिलेगी पता है हमे तुझे आगोश में समाके रखूंगा ठोकर लगे या गिरे हम कभी ये हाथ थामे रहेंगे सदा पुरानी बातों को छोड़ पीछे लिखेंगे हमेशा नई दास्ता दिल में समा के रखूंगा तुझे जेहन में मेरे, बस तू ही है मोहब्बत है तुझसे, बस … Continue reading तेरे संग चलना, ता जिंदगी मुझे….
मैं ना रहूंगा, ना मुझमें तू रहेगी
मैं जब तक मैं हूं तभी तक में हूं तू मुझे चाहती हैं क्यूं की मैं, मैं हूं मैं तू बन गया तो मैं ना रहूंगा ना मुझमें तू रहेगी देव
कभी रिश्ते होते है, पर नाम नहीं होता है
परिवार, कुछ इसी तरह पूरा होता है कोई पूर्ण परिपक्व, कोई मंद बुद्धि होता है सुना है पिता का नाम, माता का प्यार जुड़ा होता है दादा दादी, नाना नानी का दुलार जरूरी होता है हर रिश्ते की एक अलग पहचान होती है प्यार के धागों से बंधे और कभी तकरार होती है और बस, … Continue reading कभी रिश्ते होते है, पर नाम नहीं होता है
तुम रात के हमसफ़र हो..
थके, हारे, बेचारे पड़े पस्त है सारे उठ जाओ, रात हो गई तुम्हे रंज नहीं आना रातों में यू सोना तुम सहर हो रातों के हमसफ़र हो उठ जाओ कब तक रहोगे पड़े यू ही, बिस्तरों पे उल्टे तन्हा, तुम्हे नहीं रहना तुम अडिग हो अचल हो तुम रात के हमसफ़र हो देव
बढ़ते कदमों से…
बिखरे हुए कागजों को ना समेटो, बड़े इत्मीनान से दिल उंडेला है हमने कलम से हवा का झोंका चले कहीं जुदा ना करदे, यांदे मेरी उसके इश्क़ को, मेरे जेहन से जुदा ना कर मैं जिंदा हूं,क्यूं कि मुझमें मोहब्ब्त है इंतेकाल हो, तो एक बार जनाजे को, गुजारना उसके मोहल्ले से कर ले तस्दीक … Continue reading बढ़ते कदमों से…
फिर होगा साथ तू…
कुछ पल ही सही खुशियों के मिले चाहे जी लेंगे हम फिर चाहे तन्हा हो राते गुजारेंगे हम तेरी हसीं से बढ़कर क्या होगा जमाने में तेरी मासूम सी सूरत नीहारेंगे हर पल दूर पल में हो जाती है थकां जहा भर की मेरे आगोश में समाता जब कुछ पल है तू बुरा ना मैं, … Continue reading फिर होगा साथ तू…
मशवरा
लोगो के मशवरे में, गुजारी ताउम्र लोग बदलते रहे, हम, हम भी ना रहे तलाशा फिर से खुद को, रद्दी किताबो में ख्वाहिशों को अपनी, समेटा अपनी झोली में चला, फिर से, तलाशें मंजिल, ना फिर चूक मैं जाऊं एब सुनकर भी अपने मैं जाता भूल हूं कुछ पल में देव
बेरंग, मेरी कहानी है..
मैं तो सोच ही रहा था आने की तेरा दरवाजा खटखटाने की पर लगा तू मगशूल होगी रंगीन सपनों में मगन होगी पर तेरे बिना होली भी रंग नहीं लाती है तेरे गुलाबी गालो से चुरा बनता रंग गुलाबी है तेरे लबों से निकलते लब्जो के आगे पिचकारी की बौछारें भी सब बेमानी है रंग … Continue reading बेरंग, मेरी कहानी है..
आओ, जी भर कर होली खेलो…
होली आई, रंगोली लाई जीवन में, रंगो की वर्षा लाई थोड़ा तुम भी जी खुश कर लो आओ, जी भर कर होली खेलो दर्द समेटे क्यू बैठे हो तन्हा तन्हा क्यूं जीते हो बाहर निकलो, जग सुंदर कितना सजे है उपवन, रंगो की बेला तुम भी सपनों में अपने कुछ रंग भर लो आओ, जी … Continue reading आओ, जी भर कर होली खेलो…
मर्द को भी दर्द होता है…
मैं पुरुष हूं, मेरा कोई अस्तित्व नहीं संघर्ष की हर लड़ाई में, मैं छला गया हूं हां, सच कह रहा हूं बचपन में पुरुष होने के नाते रातों के अंधेरे में बाहर भेजा गया हूं डर मुझे भी लगता था वीराने से, घनघोर अंधेरा से जंगली जानवरों से, खूंखार दरिंदो से, चोट में बहने वाला … Continue reading मर्द को भी दर्द होता है…
कुछ और पल अदा करता…
दिन, क्यूं इतना छोटा होता है जब, साथ में तू होता है कुछ तो ख़ुदा रहम करता कुछ और पल अदा करता वो इश्क़ का आलम, वो मस्त माहौल यारो की हंसी चेहरों पे खुशी वो बल खाके चलना बालों का उलझना वो सरकता पल्लू नजरो का झुकना हाथो से तेरे वो रंग लगाना रंग … Continue reading कुछ और पल अदा करता…
इस्तकबाल
अपने ख़यालो को, खामोश रखोगी कब तक। हिसाब लकीरें लांघ कर, ना निकल पाएंगे कब तक। मेरे आने जाने का दस्तूर भी, एक हद तक है। तू बड़ा हाथ जरा, वजूद मेरा इस्तकबाल में है तेरे।। देव
अपनी गजले भी छोड़ दूंगा…
लोग हसरतें मुझे पाने की ले बैठे मुझे अपना बनाने की ललक ले बैठे और, मुझमें डूबने से पहले ही कोई किनारा दुंडता है कोई गहराई टटोलता है कोई, कस्ती में सवार होता है कोई कस्टिया साथ ले चलता है ना मिला कोई, जो बस डूबना चाहता हो अपने ख़यालो से जुदा ही मुझमें खोना … Continue reading अपनी गजले भी छोड़ दूंगा…
तू स्त्री है, पर मर्द से कम नहीं हैं…
तेरी हाथो में, कपकपि नहीं है तेरी बातों में, घबराहट की कमी है तू रातों में निडर निकलती है राहों पे तेरी आंखो में, दर्द है, पर आंसू नहीं है तू स्त्री है, पर मर्द से कम नहीं हैं तू फिक्रमंद है, तेरे माथे की शिकन बोलती है कहानी तेरी रातों की, सन्नाटो को चीरती … Continue reading तू स्त्री है, पर मर्द से कम नहीं हैं…
मेरे घर को रोशन करती है…
मुलाकात, तुझसे हर बार, नई लगती है। हजार बार देखूं तुझे, प्यास नहीं मिटती है।। तेरे लबों पर, आती हैं जब भी हसीं। मेरे बदन में क्यूं, कपकपि सी लगती है।। तेरे साए में, जब भी बिताई रातें मेरी। क्यू मुझे हर सांस रूहानी सी लगती है।। तेरी यादों में, खोए रहने का, दिल है … Continue reading मेरे घर को रोशन करती है…