तुझपे हक जताने आया था।

तू, क्यूं रोती है, बिलखती है, तड़पती है उसके लिए। जो तुझे अपना बनाने नहीं, तुझपे हक जताने आया था। दिल में इश्क़ का समुंदर नहीं, लालच का सैलाब लाया था।। मत रो, जाने पर उसके, उसकी याद में ना आंसू बहा। जो तेरे आंसू की कीमत, पैसों से लगाने आया था।। नोच कर खाने … Continue reading तुझपे हक जताने आया था।

नीलाम अपना जमीर करके आए थे

किसने कहा, सब लूटा दो लुटेरों पे, जो लुटने आए थे तुम हो, तुम्हारा जमीर तुम्हारी आबरू अब भी यही है तुम नहीं कुछ खोकर आए हो फ़िक्र तुम्हे नहीं उन खुद गर्ज दरिंदो को होगी जिसे पाने की होड़ में बेचा ईमान जिन्होंने कहीं चौराहे पार नीलाम अपना जमीर करके आए थे देव

इश्क़ करना जानता हूं

नशा, मुझको है जिंदगी का बस, हंसना जानता हू चाहे छोटे है दिन मेरे बड़ा बनाना जानता हूं मुश्किलों से डरना नहीं लड़ना जानता हूं यारो के साथ बस पीना नहीं जीना जानता हूं सुख दुख तो आते जाते हैं खुश रहना जानता हू जमाने की हजार बातों से बेफिक्र रहना जानता हूं खौफ जुदा … Continue reading इश्क़ करना जानता हूं

केसरिया रंग चड़ा मुझपे मौला मेरे

केसरिया रंग चड़ा मुझपे मौला मेरे केसरिया रंग चढ़ा मुझसे मौला मेरे हो गई है मोहब्बत, जमीं से मेरे हो गई है मोहब्बत, जमीं से मेरे केसरिया…. भुला दिया था कबसे, इसकी चाहत को ना थी मंजिल की खबर, ना रास्तों का पता तू जो मिली, मिला सूकुं दिल को मेरे केसरिया रंग….. जान मेरी … Continue reading केसरिया रंग चड़ा मुझपे मौला मेरे

अब वक़्त है स्त्री बनने का

क्यूं बदलू नाम मेरा क्या नहीं है कोई पहचान मेरी क्यूं समाज ने ये नियम बनाए है क्यूं स्त्री पर ये, कायदे लगाए है क्या बदला था नाम, लक्ष्मी ने भी या दुर्गा, पार्वती, सती ने, शिव लगाया था क्या सीता का भी, कोई उपनाम बनाया था क्या कृष्ण ने रुक्मणि को जात का भेद … Continue reading अब वक़्त है स्त्री बनने का

हिमा, तूने पल में हड़कंप किया

Few lines dedicated to Hemadas, who changed the history… Salute to Hima Das…Jai Hind आज वो सब बिलखते होंगे जिन्होंने बालिका वध किया अपने किए पर शर्मिंदा होंगे जब कोख में तुझे था मार दिया तूने इतिहास रचा है आज नारी की शक्ति दिखाई है यू ही नहीं तो टोकरी भर कर सोने के मेडल … Continue reading हिमा, तूने पल में हड़कंप किया

आंचल

I was in metro, and saw a girl, standing bit away from me, here is my observation about her.. सिर पे डाले आंचल खड़ी है सिमटी सी सोच में डूबी गुमसुम गुमसुम कुछ सहमी कुछ इठलाती सी होठ हिले, कुछ बलखाए लगा अभी हंस देगी वो रोके आती मंद हसीं पल पल है शर्माए वो … Continue reading आंचल

थोड़ा प्यार बांट ले

तू बस एक नाम है ये नाम ही रह जाएगा खाली हाथ आया है लेकर कुछ ना जाएगा बड़ी छोटी है जिंदगी बड़ा इसे बना ले अपना दर्द भूल जा दर्द अपनों का मिटा दे दुनिया एक आइना है झूठ नहीं ये बोलता जो तू बन गया पगले वहीं है तू देखता अच्छाई दूसरो में … Continue reading थोड़ा प्यार बांट ले

मृत्यु, सत्य है…

मृत्यु, सत्य है, और मुझे भी जाना है एक दिन। फिर क्यूं घबराऊं, ऐसा क्या है, कि अपने ख्वाबों का, जिक्र भी ना कर पाऊं।। जीते जी, अपने ख्वाबों को, जीने का जिम्मा मेरा है। बच्चो मेरे, मृत्यु पश्चात, सपने पूरे करने, जिम्मा तेरा है।। जिया है मैंने आधा जीवन, देखी इसमें खुशियां अपार। नहीं … Continue reading मृत्यु, सत्य है…

आंखो में रांते गुजरती है

रंगो से भर जिंदगी मेरी, मेरे रंगो को भर लो तुम क्यूं, है दूरी, पल की भी समा लो मुझको खुद में तुम नहीं अब सबर तिल भर का नहीं, शामें गुजरती है करवटें, यू ही बदलते है आंखो में रांते गुजरती है देव

कब मंजिल छूट गई, कब मंजर बदल गया

साजिशों में क्या जुर्रत, कि दूर हमको रखे। रास्ते ही जुदा पकड़े है, तो क्या मिलेंगे कभी।। तेरी ख्वाहिश में खोए, चलते चले गए इतना। कब मंजिल छूट गई, कब मंजर बदल गया।। देव

नया सवेरा है अब तो…

तेरे ख्वाबों को पड़ कर तेरी आरजू लिखता हूं मैं, तेरे सपने, तेरी ख्वाहिश कागज पर उकेरता हूं इंतजार में बैठी हैं तू सदियों से जिसकी उसे बहुत दूर से बुला नजर तेरे करता हूं दर्द काफी झेल लिए बहुत जीली मुश्किलों में नया सवेरा है अब तो भर ले खुशियां झोली में देव

भूल मुझको तू कभी ना पाएगी।

तेरे अपने, तेरे सपने तेरी आरजू ही जब छोड़ जाएगी। तुझे उस पल, इक बार जरूर मेरी याद आएगी।। मैं वक़्त नहीं, जो इक बार गुजर जाऊं, तो फिर ना आऊंगा तेरी जिंदगी के हर सफर में मुसाफिर बन तकराऊंगा तू मुझसे दूर कितना, और जितना दूर जाएगी मेरी मोहब्बत तुझको मेरे करीब और करीब … Continue reading भूल मुझको तू कभी ना पाएगी।

यारो की महफ़िल में खो जाते है..

छांव नहीं मिलती, सूखे दरखतों से आयो आशियां नया बनाते है टूट गए है ख्वाब तो क्या आओ, हकीकत को अपनाते है कुछ कम रह गई है जिंदगी तो क्या जीलो, इसे लंबी नहीं, बड़ी बनाते है माना, छोड़ दिया है, जमाने ने हमें आओ, कुछ दोस्त नए बनाते है कुछ शामे भूलकर गम अपना … Continue reading यारो की महफ़िल में खो जाते है..

मेरे इश्क़ को, आवारगी कहते है।

वो भी हद करते है, मेरे इश्क़ को, आवारगी कहते है। और देखने की उन्हें, जुर्रत क्या कर ली। अपनी तारीफ को भी मेरी बेहूदगी कहते है। सब्र है मुझमें, अभी बाकी काफ़ी। हौसले की है अभी बारात बाकी।। मैं रेत पे लिखा, नाम नहीं हूं, लहरों से मिट जाऊं दरियां हूं, जहां भी बहता … Continue reading मेरे इश्क़ को, आवारगी कहते है।

मेरे यारो से पूछेगा

रब तो जहां ने दिया मुझको दोस्त चुने बड़ी मेहनत से और वो कहते है हमसे खुदाया यारो को छोड़ दो चलो, मानो छोड़ भी दिया पर जरा एक बार खुदा से तो पूछो, वो जानता है दर मेरा या मेरे घर का रास्ता, मेरे यारो से पूछेगा देव

सीख…

उदास बैठे तन्हा, कुछ सोच रहा था तभी, दरवाजे पर दस्तक हुई देखा, मेड अाई है दरवाजा खोला, मुस्कुराते हुए बोली भैया, नमस्कार, बताओ, खाने में क्या बनाना है मैं अभी तक, सोच में ही डूबा था उसके प्रश्न को, नहीं सुना था और अपनी ही धुन में फिर सोफे पर बैठ गया फिर से … Continue reading सीख…

फकीरा

फकीरा बना फिरता हूं मैं क्या लेना संसार से चार दिन की जिन्दगी फिर मिलना भगवान से सांसों का हिसाब क्यूं मैं रखू जब रुकनी है रुक जाएगी बेखौफ जीलू जिंदगी मौत आनी हैं तब आएगी इश्क़ खुद से, खुदा से और खुदाया इंसान से कर ले बिना मतलब के बस मोहब्बत रह जाएगी देव … Continue reading फकीरा

जुल्फें जो तू खोले

छिपा रखा है यौवन को अपने सारी में बांधे, तन को अपने टहल रही है वो, कुछ इतरा कर कर दिए है कितनो के, जवां सपने कोई सीधे, कोई तीछी नज़रों से टटोले कोई खुल कर, कोई रुक कर हैलो बोले रुक जाते है कदम, चलते चलते पल्लू हटाकर, जुल्फें जो तू खोले देव

तेरा अहसास है हर पल पास मेरे…

मेरी दुनिया औरो से अलग जिसमे तेरी जुस्तजू है तू मिले जरूरी नहीं दिल में बस तेरी आरजू है तेरे लिए धड़कता है ये दिल तेरे नाम को तरसता है ये दिल मोहब्बत है तझसे समझता हैं ये दिल बताने से तुझे फिर क्यूं डरता है ये दिल तू दूर होकर भी पास है मेरे … Continue reading तेरा अहसास है हर पल पास मेरे…