अहम ब्रह्मस्मी

जला मशाल जरा, सुकून की विश्वास तू कर जरा जरा बैठ तू चैन से दे दुनिया को कुछ पल भुला मैं तेरी रूह ही तो हूं तू है अंश मेरा ही रहता हूं मैं तो हर वक़्त साथ तेरे ना तू भटक यहां वहां माना, है पड़े तूने ग्रंथ हजार यहां हजार यतन है लिखे, … Continue reading अहम ब्रह्मस्मी

यू ही लोग दीवाना, नहीं बन जाते है।

कुछ है, जो मुझे तुझसे मिलाता है, कुछ है जो, पास तेरे ले आता है। दूर कितना भी जाना चाहते है हम, वक़्त हमे और करीब ले आता है।। दर्द जब भी तुझको होता है क्यूं मेरी आंखो में पानी होता है खुशी आंगन में जब तेरे आती है क्यूं मेरे चेहरे पे खिलखिलाहट आती … Continue reading यू ही लोग दीवाना, नहीं बन जाते है।

तू है तो मैं हूं, मेरी मोहब्बत है

तेरा होना, सबूत है, कि मैं हूं मेरा सुकून तू है, जुस्तजू तू है तू नहीं तो मेरी जिंदगी, क्या है एक फितूर है, बस दस्तूर है आने पर तेरे, रोशन जहां मेरा हुआ तेरे दीदार को, मैंने समंदर पार किया बांहों में भर, तुझे बेपनाह प्यार किया तेरी हसीं पर, न्योछावर ये जहां किया … Continue reading तू है तो मैं हूं, मेरी मोहब्बत है

अब भी, चंद दोस्त मिल ही जायेंगे।।।

फ़ुरसत निकल, कुछ वक़्त गुजार अब भी, चंद दोस्त मिल ही जायेंगे जो दूर ना कर सके परेशानियां तो क्या निस्वार्थ हो, तुझे कुछ पल हसाएंगे तेरे किस्से सुनेंगे, कुछ सुनाएंगे तेरे गम को, अपना हिस्सा बनाएंगे तेरी धड़कनों को पड़ सकेंगे वो अपनी धड़कनों को सुनाएंगे तू एक बार, बच्चा बन के दिखा हम … Continue reading अब भी, चंद दोस्त मिल ही जायेंगे।।।

जागो, उठो, बड़ों आगे।।

कब तक यू ही सोते रहोगे, जागो, उठो, बड़ों आगे कब तक तकदीर के भरोसे बैठे रहोगे। कहते है, खुदा भी उन्हीं की सहायता करता है जो पहले खुद अपनी किस्मत लिखता हैं क्यूं फिर औरों के भरोसे बैठा है क्यूं अपनों पे आस का ठेका है क्यूं कल पे अपने रोता है क्यूं कल … Continue reading जागो, उठो, बड़ों आगे।।

बंधन, रेशम के धागे का।।

बंधन, रेशम के धागे का प्यार के अल्फ़ाज़ का परिवार के प्यार का बहना के इंतजार का भाई की फटकार का मां के दुलार का पिताजी की फटकार का गुरुजी की डांट का शिष्यों के समर्पण का यारो के साथ का अपनों के विश्वास का तुम ही बताओ मैं कैसे तोड़ दू कैसे मैं ये … Continue reading बंधन, रेशम के धागे का।।

एक छोटी सी लव स्टोरी….

तेरा जिक्र हर बार आएगा जब भी मोहब्बत के बारे में मुझसे पूछा जाएगा। मुलाक़ात, कुछ पल ही सही बस एक झलक भर ही मिली पर तेरा चेहरा, नहीं ओझल अब हो पाएगा।। वक़्त कुछ कम था मैं, दोस्तो में जरा गुम था यूं ही, जरा कुछ पल रास्ते में ठहरा था तू वही कहीं, … Continue reading एक छोटी सी लव स्टोरी….

तेरे दीदार के बिना, रुखसत, तेरे शहर को किया।।

तुझसे मिलना, एक मुलाक़ात नहीं, सपना बन गया। वक़्त,जाने कब, हाथो से फिसल गया।। कुछ और पलो की आस में, दिन और रुक गया। तेरे इंतज़ार में, रातों को मैं जगा।। तेरे ना आने की खबर ने, बैचेन यूं किया। तेरी झलक के खातिर, तेरे दर का रुख किया।। झरोखे पे तेरे, टकटकी लगा बैठे … Continue reading तेरे दीदार के बिना, रुखसत, तेरे शहर को किया।।

तेरा शहर

तेरे शहर में, कदम उसके यूं ही नहीं पड़े। खुदा ने, जरूर कोई मकसद, लिखा होगा।। नहीं जो नाम लेता था, लबों पर तेरा। तेरे नाम की माला से, अकीदत कर रहा होगा।। तसव्वुर जब किया तेरा, तेरी गलियों में। उसके जेहन में, तेरा रूप बस गया होगा।। मैं पड़ नहीं सकता किस्मत, पर जानता … Continue reading तेरा शहर

मेरे हिस्से में तेरी, जरासी जिंदगी आ जाए।।

सितारे आसमां के, जमीं पर सजे बैठे है यार, किसने बनाया, गुलसिता तेरा, हम पल में, अपना दिल खो बैठे है।। स्याह रातों में, चमचमाती वादियां तेरी। हर ओर से आती, टकरा कर, आवाज है मेरी।। बादलों ने जमीं पर है, डेरा यहां डाला। सर्द हवाओं ने मौसम को, हसीं बना डाला।। ओडे ओस की … Continue reading मेरे हिस्से में तेरी, जरासी जिंदगी आ जाए।।

देता जान तिरंगे की खातिर

ये वतन मेरी मन, ये वर्दी मेरी जान है हिन्द का सिपाही हूं, जय हिन्द मेरी शान है कुरबा करू हर जन्म वतन पर गर मौका मुझे मिले वरदान भगवान दे, तो मांगूंगा हर जन्म हिन्द में मिले मां ने बचपन से ही सिखाया भारत पहली मां है शीश उठा कर जियुंगी मैं जो लाल … Continue reading देता जान तिरंगे की खातिर

नमन, शत शत नमन है जवान तुझे

नमन, शत शत नमन है जवान तुझे, मातृ भूमि पर दी जान तूने कहा मिलेगा पुण्य है ऐसा कर दिए न्योछावर प्राण तूने। जिस देश को गंगा पवित्र करे हिम जिसका रक्षा कवच बने सागर जिसके है पैर धोए अहिंसा है जिसकी, प्राण प्रिए जिसकी इज्जत की रक्षा में भगत सिंग फासी पर झूले आजाद … Continue reading नमन, शत शत नमन है जवान तुझे

कुछ तुम पिलाओगे, कुछ हम पिलाएंगे….

आज तो जाम से जाम टकराएंगे कुछ तुम पिलाओगे, कुछ हम पिलाएंगे।। यारो के साथ, मिलकर दोस्ती का त्योहार मनाएंगे कुछ तुम पिलाओगे, कुछ हम पिलाएंगे।। जमाना बीत गया, ना किस्से सुना ना कहानियां सुनाई आज जज्बात निकलेंगे, थोड़े आंसू बहाएंगे।। कुछ तुम पिलाओगे, कुछ हम पिलाएंगे। कब से तड़प रहे है, दूर हो जाने … Continue reading कुछ तुम पिलाओगे, कुछ हम पिलाएंगे….

जो है करीब, एक दिन छोड़ कर जाएंगे

जो है करीब, एक दिन छोड़ कर जाएंगे। जतन हजार कर लो, एक दिन, दिल जरूर दुखाएंगे।। कसूर उनका भी नहीं है इसमें ये हमारी फितरत है। जो मिल जाता है कोई हमसफ़र, सजा लेते है हजारों उम्मीदों की किरण।। यही उम्मीद, दिलो में आस जगाती है। अपनों को अपना समझने के कारण बताती है। … Continue reading जो है करीब, एक दिन छोड़ कर जाएंगे

बचा कुछ वक़्त जरा, तू अपने लिए।।

कहां खोई है किस उलझन में है डूबी। जीले, कुछ पल है जिंदगी के, जाने कब, रुखसत ए जिंदगी से हो जाएं, सब रह जाएगा, यू ही।। माना, जरूरी है, ये नौटंकी, जीने के लिए। कमाना, जरूरत है, जिंदा रहने के लिए। पर जब जी ही नहीं सके, तो जिंदा क्यूं है। झोली में इतना … Continue reading बचा कुछ वक़्त जरा, तू अपने लिए।।

लबों पर बस तेरी ख्वाहिश होती है।।

बस, थाम लो हाथ मेरा, कब से अकेली हूं मैं। तेरे इंतज़ार में, सदियां गुज़र गई।। अब तो हर पल की, टिक टिक भी सुनाई देती है। दस्तक तेरे आने की, सुनने को बैचेनी रहती है।। तू है, यहीं कहीं है, ये पता है मुझको। कब होगा दीदार ए यार नज़रे तरसती रहती हैं।। अब … Continue reading लबों पर बस तेरी ख्वाहिश होती है।।

खुश हो लो, कुछ दिन और खुश हो लो।

खुश हो लो, कुछ दिन और खुश हो लो। I know, reading long poetry is tough, but this is not for love, friend or tears…. This is for India…. खुश हो लो, कुछ दिन और खुश हो लो। अभी तो दूसरी पारी शुरू करी है अभी तो 370 को फांसी हुई है अभी तो पुनर्जन्म … Continue reading खुश हो लो, कुछ दिन और खुश हो लो।

तीज मणावे छोरियां

रंग बिरंगी पोशाकों में, झूला झूले गोरियां। सावन रे माह में देखो, तीज मनावे छोरियां।। बरसे बौछारें, तन भीगा के जावे पिया बुलावे गोरियां। मन ही मन, अपने साजन को, चुने जतन से छोरियां।। पिया मिलन के बेला में, हाय, शर्मावे गोरियां। बात ब्याह की निकले तो, झट लजावें छोरियां।। खुशी बड़ी है, पर याद … Continue reading तीज मणावे छोरियां

शेरो की धरती पर, अब शेरो का रुतबा है।।

No more Artical 370, congratulation India on historical day, आज नहीं मैं रुकने वाला, हुंकार भरूंगा। है भारत मां के लाल, तेरी जय कार करूंगा।। सेना के रक्त से सींचा, जिस उपवन को हमने। आज उसी उपवन में, मैं जय हिन्द कहूंगा।। वर्षों पहले, कुछ को थी, सत्ता की भूख। कर डाला, कुछ पल में, … Continue reading शेरो की धरती पर, अब शेरो का रुतबा है।।

अकेले नींव में बैठे अब नहीं रोएंगे

अब कोई नींव की बाते नहीं करता है अब कोई, छिपा बलिदान नहीं देता है सबको, बनना है, कटे कंचो से रोशनी फैलता, वो लटकता झालर या मीनार के शीश पर बना आलीशान शीश महल अब, सब बुलंदी छूना चाहते है ऊपर पहुंचने की जिद में अपनों को ही कुचलना जानते है सिर में क्यूं … Continue reading अकेले नींव में बैठे अब नहीं रोएंगे