मेरे इश्क़ में यही, खामियाजा है,खुद से कम, तुझसे ज्यादा है।। तेरे इश्क़ में, यही खामियाजा है,मुझ से कम, खुद से ज्यादा है।। रह गया, मैं कहीं पीछे,तू पल में, आगे चल पड़ी,मंजिले मेरी तू बनी,तेरी राहें, मुझसे ना मिली,वक़्त कम, रास्ता आधा है। खुद से कम, तुझसे ज्यादा है… इश्क़ है, तो कह दो … Continue reading मेरे इश्क़ में यही, खामियाजा है,खुद से कम, तुझसे ज्यादा है।।
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तेरे साथ कुछ पल में, बरसो जी लेता हूं,
तेरे साथ कुछ पल में,बरसो जी लेता हूं,तेरी याद में, अक्सर,दो जाम पी लेता हूं। कौन कहता है नशा,शराब की तासीर है,फिर क्यूं, तेरी नज़रों को,देख, नशा होता है।। तेरी याद में…. मेरी रूह, तेरी रूह को,जानती है कुछ यू कि,तू ना मिले, तेरी यादों में,वक़्त गुजार लेता हूं।। तेरी याद में…. लोग तो यूं … Continue reading तेरे साथ कुछ पल में, बरसो जी लेता हूं,
उसके एक दीदार का असर,मुझे जड़ सा, कर गया था।।
आज यू ही, उसकी गली में,जाना हुआ, और उसका,सही वक़्त पर, देहलीजसे बाहर आना हुआ,यूं ही नहीं, नजरें उसकाइंतेज़ार करती है, उसके,गुजरने पर, यू ही नहीं,सबकी निगाह रहती है,और आज, आज तो जैसे,रोशन यू ही नहीं, मोहल्ला है,उसके कांधे से लटकता, साड़ी का,पल्लू, उसके हाथो में घुमा हैबंधेज की नीली साड़ी में,कुछ ज्यादा ही, जुर्म … Continue reading उसके एक दीदार का असर,मुझे जड़ सा, कर गया था।।
मुझे मेरी जिंदगी से, मिला गई
जिंदगी, खड़ी इंतेज़ार कर रही होगीउसी मोड़ पर, जो कभी, छूट गया था, मंजिल की तलाश में, जो ना मेरी थी,अफसोस, फिर भी चले जा रहा था परायों के शहर में, अनजान था मगर,गरूर से, अपना बता रहा था, वो तो, शुक्र है, जिसे सबने कोसा, वही मुझेमेरी मंजिल से, मिलाने चल पड़ी, जिससे जिंदगी … Continue reading मुझे मेरी जिंदगी से, मिला गई
बस तेरा नाम, लिखता गया
मुस्कुरा कर, बड़ी आसानी से,कह गई वो हाल ए दिल,और हतप्रभ सा खड़ा,देखता, मैं रह गया। यूं तो बातें जमाने, भर की,करी तसल्ली से उससे,बस उसकी, तारीफ में,लब्ज़ ढूंढता मैं रह गया।। वक़्त, कहां कम रहा,मेरे खाते में कभी,उसके करीब कुछ पल में,दिन पूरा, गुज़र गया।। कई किस्से, कहानियां,लिखी है मेरी किताबों में,हर किरदार को … Continue reading बस तेरा नाम, लिखता गया
तेरी मुस्कुराहट बता रही है,
कुछ तो बात है, तेरीमुस्कुराहट बता रही है,ये फूल है, या तेरीभिनी भिनि खुशबू,जो उपवन को,महका रही है, लगता है,गुल ने भी तेरे लबों से,लिया है कुछ रंग उधार,तभी तो इतना, इतरा रहा है,यूं ही नहीं, घुमा कर चेहरा अपना,एक दीदार के लिए,सबको यू तड़पा रहा है,तेरी नज़रों का, कुछ तो असर है,यूं ही नहीं … Continue reading तेरी मुस्कुराहट बता रही है,
जाने कितना चला,जाने कितना रुका
रुक रुक कर चला,चल चल कर रुका,जाने कितना चला,जाने कितना रुका।। कभी सांसे चढ़ी,कभी सांसे थमी,डगमग डगमग,कभी चाल हुई।कभी सूरज था,कभी रात हुई,कितनी शाम सुबह,कब निकल गई। मैं चलता गया,बस चलता गया।। कुछ साथ मिले,कुछ। छूट गए,कुछ अनजाने थे,पर। चलते। रहे,कभी नज़रे उठी,कभी नज़रे झुकी,कभी नज़रे मिला,नज़रों बेगानी हुई। मैं चलता गया,बस चलता गया,जाने कितना … Continue reading जाने कितना चला,जाने कितना रुका
मग्शूल हूं, मैं उसमें,वो तल्लीन सी, है मुझमें
इश्क़ है पर, मंजिल कहां,बस रास्ते है, और रास्ते,थामे दामन, यार का,चलते चले, हम राह पे। रुकते कभी, मुड़ते कभी,क्या होगा कल, ना सोचा कभी,देखे जमाना, अक्सर यहांबेखौफ से, है हम यहां। शाम क्या, और क्या सुबह,रात गुजरती है बे वजह,मग्शूल हूं, मैं उसमें,वो तल्लीन सी, है मुझमें। देव 06 August 2020
जरा बता दे, तेरे लबों पर, ये निशानी क्यूं है।
तेरी हंसी में, कुछ अलग बात है आजजरा बता दे हमे, क्या है इसका राज, मुस्कुरा कर, खुद ही से, शर्मा क्यूं जाती है,कौन है वो, जिसके पहलू में, तू छुप जाती है, बेसबर रहती है, क्यूं आजकल, बता दे जरा,ये इंतेज़ार है, क्या उसका, जिससे था इश्क़ करा, यूं ही अनजान सी शाम में, … Continue reading जरा बता दे, तेरे लबों पर, ये निशानी क्यूं है।
तेरा दीदार कर, दिलो को सुकून मिलता है।
तेरे हुस्न का आलम, फिजाओं पर दिखता है,कहा हवाओं में वरना, सुरूर होता है, तेरे केषुओ की खुशबू से, गुलाब गुल होता है,तेरे कहकहों की बारिश से, फूलों से चमन खिलता है। तू है, तभी तो हम है, हम है वही, जहां तुम हो,तेरा दीदार कर, दिलो को सुकून मिलता है।। देव 04 August 2020
तेरी हंसी के सदके, ये जहां कर दू,
तेरी हंसी के सदके, ये जहां कर दू,मैं तेरे नाम, कुरबा अपना नाम कर दूं। तेरे हुस्न का आलम, फिजाओं पर दिखता है,कहा हवाओं में वरना, सुरूर होता है, तेरे केषुओ की खुशबू से, गुलाब में गुल होता है,तेरे कहकहों की बारिश से, फूलों से चमन खिलता है। तू है, तभी तो हम है, हम … Continue reading तेरी हंसी के सदके, ये जहां कर दू,
रक्षाबंधन
बस, एक धागा, कुछ चावल के दाने,और माथे पर सिंदूर का तिलक,और साल भार का, निस्वार्थ प्यार,यहीं तो है, रक्षबंधन का त्योहार। बहन भाई या गुरु शिष्य का संबंध,व्यापारी है तो ग्राहक से अनुबंध,कभी दोस्तो के हाथ पर दोस्ती की डोर,कभी भक्त और भगवान का बंधन। हर कोई अपने, तरीके से मनाता है,कैसा है ये … Continue reading रक्षाबंधन
क्यूं ना बहन के राखी बांधी जाए
यूं तो कहते है, रीत को कुरीत ना करो,जो है, उसे वैसे ही करते रहो,मगर, यू ही क्यूं हम बदलाव की बात करते है,क्यूं नहीं हम कुछ नया शुरू करते है,क्यूं बस बहनों को ही, सुरक्षा कीजरूरत होती है भाई से,क्यूं नहीं, भाई कमजोर हो सकते है,क्यूं लाचार बस औरत को समझते है,क्यूं नहीं उसकी, … Continue reading क्यूं ना बहन के राखी बांधी जाए
काश! वक़्त कुछ और पल, वही रुक जाता
तेरे लब्जो से निकलती, वो लगातार बातें,और मेरी नज़रों का, तुझे यूं एकटक देखना। कभी सोचा ना था, सपनों में भी, जो सपना,मेरे करीब, उसका, इतने करीब बैठना। उसके हाथो का, होले से, मुझ तक सरकना,मेरी अंगुलियों का, उसके हाथों को छूना। बोलते बोलते, उसका, कुछ रुक सा जाना,पलकें उठा कर, देखना, होले से फिर … Continue reading काश! वक़्त कुछ और पल, वही रुक जाता
अब जाना, अब वो इतनी तन्हा क्यूं है
बुझने से पहले शमां के हालात पर तरस आया,क्यूं बिलख बिलख कर, उसको रोना आया, जिसे अपनी गर्माहट, पर गुमान था कभी,जिसने परवानों को, पल में जला दिया कभी, अब जाना, अब वो इतनी तन्हा क्यूं है,उसके हाथो में, इश्क की लकीर, नदारद क्यूं है।। देव 02 August 2020
सफ़र ही तो है, ये जिंदगी
सफ़र ही तो है, ये जिंदगी,बस चल रही है, राहें ना जाने,कितनी, हर मोड़ पर मिल रही है, मिल रहे है मुसाफिर, कुछ अनजान,कुछ पहचान, करते जा रहे है,कुछ आगे बढ़ते जा रहे है,कुछ छूटते जा रहे है, हाथ बहुत है, मगरथामे किस तरह,जो हमको चाह रहे है,उनसे दूर जा रहे है,जिन्हे हम चाह रहे … Continue reading सफ़र ही तो है, ये जिंदगी
अल्लाह ईश्वर ईसा, सब एक है।
किसने देखा है, की खुदा खुदा है,और भगवान, भगवान, और अगर,देखा है, तो हमे भी दिखाओ,इन दोनों में फर्क बतलाओ,या बस, ये फर्क जगह और ज़ुबान,की देन है, किसी ने अल्लाह कहा,किसी ने ईश्वर नाम दिया,मगर, ये सब जानते है, कि सब का,कर्ता धरता तो एक ही है, तो फिरअलग कैसे, या बस ये एक … Continue reading अल्लाह ईश्वर ईसा, सब एक है।
Who dont deserve you
Wait for the one, who loves you,Wait for the one, who feels for you,Pls dont wait, for whom,Who dont deserve you Life is beautiful, fill this with glad,This and that happens, why to be sad,Pls dont be sad, for whom,Who dont deserve you, Past is the past, you dont know future,Live every day, like last … Continue reading Who dont deserve you
हैसियत
अरे, हैसियत ही दिखानी थी,तो अपनी मोहब्बत जताते,बदले में, हद से ज्यादामोहब्बत पाते,जिंदगी गुजार जाती,खर्च करते करते,सिक्के पर रुपए का ब्याज पाते,मगर, तुमने चंद सिक्को में,औकात गिना डाली,अपनी किस्मत से,मोहब्बत मिटा डाली।। देव 30 july 2020
मैं जीत कहां से पाऊंगा
मैं मुझसे जुदा हो गया तो,मैं कहा रह पाऊंगा,मैं, मैं कहा रह पाऊंगा,क्षण में भ्ंगुर हो जाऊंगा। तुम लाख कोशिशें कर लेना,नहीं फिर मिल मैं पाऊंगा,इक बार जो टूटी डोर, तो फिरबंध कर मैं नहीं, रह पाऊंगा। स्वछंद नदी सी धारा जैसी,गति जो मैंने पाई है,बांध बना दोगे गर इस पर,फिर से कहां बह पाऊंगा। … Continue reading मैं जीत कहां से पाऊंगा