आंसू भी नहीं झलकते, हो गया है हाल मेरा…

टूटे हुए शीशों के टुकड़ों को
जोड़ने की जहमत बहुत की ता जिंदगी
आइना जुड़ तो गया
दाग़ ताउम्र रहेंगे साथ मेरे

छोड़ दिया साथ, यांदे भी छोड़ दी कब की
उसके हर लब्ज हर बात भूल चुकी अब तो
जिगर का टुकड़ा मेरा जब भी पूछता है
हाल मेरा
आंसू भी नहीं झलकते, हो गया है हाल मेरा

देव

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