मेरी जिंदगी तेरी, बस तेरी गुलाम होती…m

कुछ पल मुझे भी तेरे दीदार के जो मिल जाते
तेरे पहलू में, कुछ पल ही मेरे गुजर जाते
तू बस कुछ पल ही मुझे नजर करती
मेरी बाहों में कुछ पल ही बसर करती
करती तो सही तू कुछ पल याद मुझे
और लेती प्यार से इक नाम मेरा
मैं अपना नाम तेरे नाम कर देता
इस, तेरी यादों में गुज़ार देता
तेरे सपनों को बनाता मंजिल अपनी
हर ख्वाहिश तेरी होती, ख्वाहिश मेरी
तेरी तस्वीर अपने दिल पे बना लेता
ये बाहें बस तेरे लिए खुली रखता

तू बस इक बार मुझे पुकारती
मेरी जिंदगी तेरी, बस तेरी गुलाम होती

देव

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