कुछ पल की,
मुलाक़ात ही काफी है
बस वी पास हो,
और रख के सिर अपना,
पहलू में तेरे,
बैठा रहूं,
तेरे मखमल से हाथो को,
थाम हाथो में अपने,
पूरे जहां की मोहब्बत,
लुटा तुझ पर दू,
कुछ पल में,
मोहब्बत तुझे दू,
उमर भर की,
तेरे चेहरे की शिकन,
अपने माथे पर लू,
तू बस, इक बार
इश्क़ मुझ से कर ले,
तमाम उम्र, तेरे पहलू में,
गुजार मैं दूं।
देव