कर चले वो फिदा, अपनी जान,

केसरिया बाना पहन कर,
कर चले वो फिदा, अपनी जान,
छोड़ कर, अपने कदमों के निशान,
कर चले वो अमर, अपना नाम।

सिर उठा कर चले, सिर कटा कर चले,
सिर झुकेगा नहीं, वादा कर वो चले,
देश को दे चले अपनी सांस,
कर चले वो फिदा, अपनी….

आंखे तर थी मगर, झलका आंसू नहीं,
इस मां के लिए, कई मां ने, कोख दी
वतन पर कुर्बान हर संतान,
कर चले वो फिदा, अपनी…

केसरिया बाना पहन कर,
कर चले वो फिदा, अपनी जान,
छोड़ कर, अपने कदमों के निशान,
कर चले वो अमर, अपना नाम।

देव

15/08/2020, 5:23 pm

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