मोहब्बत है तो है, क्यूं ना कहूं॥

तुम मिली होती, तो बात कुछ और होती,
मगर, अब भी तो यहीं हो,
मेरे आस पास, अक्सर मेरे सपनो में,
तुम्हारा बसेरा है, तुम्हारी याद से,
होता मेरा सवेरा है, और हाँ,
बहुत खूबसूरत होता है दिन वो मेरा
जब सुबह सुबह दिख जाता है,
नाम तेरा, सच बताऊं, हर दिन,
गुजरता है बड़ा ही खूबसूरत,
देख लेता हूं, हर सुबह, तेरी मूरत,

मोहब्बत है तो है, ना क्यूं कहूं,
मानता हु, तुम नहीं हो सकती मेरी
मगर अफसोस क्यूं करू,
खुश हूं, कि जिंदगी के सफर में,
तुम साथ तो हो, नहीं पास मेरे,
मगर मेरे पास तो हो,
तुम्हारे भी दिल में,
एक जगह मेरी तो है, नहीं
पा सकती मुझे, मगर
याद तो करती हो।

कभी कभी, कुछ रिश्ते,
बहुत अनमोल होते है,
नाम नहीं दे सकते मगर,
दिल के बहुत करीब होते है,

देव

30/09/2020, 9:07 pm

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