ऐ यार, कमाल है ये मोहब्बत।

बेतहाशा हसीन है तो,
बेइंतहा बेदर्द भी है,
ऐ यार, यही तो है मोहब्बत।
कभी जलती है पल में,
कभी जलती है सदियों,
ऐ यार, बारूद है ये मोहब्बत।
रोते को हॅंसाती है तो
कभी हंसते को,रुलाती है,
ऐ यार, कमाल है ये मोहब्बत।
उसकी ना में हाँ का छिपना,
और हाँ मे ना का, छिप जाना,
ऐ यार, तड़पाती है ये मोहब्बत।
देव
06/02/2021, 1:25 am

Leave a Reply