कुछ इस तरह से नज़र उसने, मुझ पल डाली,
या तो बेख्याल रहता हूंँ, या बस ख्याल उनका।
उस पर, जब थामा, हाथ था उसने मेरा,
लगता है, सोचता है मुझको, ख्याल उनका।।
देव
24/02/2021, 8:44 am
कुछ इस तरह से नज़र उसने, मुझ पल डाली,
या तो बेख्याल रहता हूंँ, या बस ख्याल उनका।
उस पर, जब थामा, हाथ था उसने मेरा,
लगता है, सोचता है मुझको, ख्याल उनका।।
देव
24/02/2021, 8:44 am