मंजूर है मुझे

हर वक़्त साथ, जरूरी नहीं।
पर तन्हाइयो हमे, तस्दीक नहीं।
तू ना, तेरी यादें, ही सही।
जिंदगी भर की बातें में करता नहीं।
पर, जिंदादिली के कुछ लम्हे,
कुछ प्यार भरी बातें,
कुछ लम्हे खामोशी के,
कुछ खट्टी मीठी बाते,
कुछ गिले शिकवे,
कुछ शिकायते,
कभी तेरे गले लग रोना,
कभी, तेरी हंसी में खोना,
तेरे नाजुक हाथो की मार,
कभी गालों सहलाता प्यार,

बस , यू ही कुछ पल मिलते रहे।
जिंदगी फिर अकेले गुजरती रहे।
मंजूर है मुझे।।।

देव

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