प्यार की बेला, मतवाली हवाएं
सम्हाले कैसे राधे, मगन सब बालाएं
कान्हा है नटखट, बातें करे पट पत
घेरे बैठी देखो, गाव की सखियां
हौले से हस के, कान्हा तंके चुपके
मन के दर्पण में, समाई राधा को
संध्या की ड्योढ़ी पर बैठे कन्हैया
आज है मिलन, राधा संग कृष्णा
देव