कहीं यादें, नासूर ना बन जाए

दूर है, कोई बात नहीं,
कुछ बाते फोन पर ही हो जाए।
याद, जरा कर लो अक्सर
कहीं दिलो में दूरियां ना आ जाए।

प्यार के लिए, जरूरी नहीं,
पास होना हमसफ़र का।
रिश्ते दिलो के जोड़े ही रखना
ना तोड़ो यू ही, कहीं गांठ ना लग जाए।।

जेहन में यादें, बसा लो मेरी
मुस्कुराएंगी तुम्हे, तन्हाइयो में
दर्द ना देना किसी अपने को
कहीं यादें, नासूर ना बन जाए

देव

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