वो सामने तो है, पर पास क्यूं नहीं।
मेरी मोहब्बत पर, ऐतबार क्यूं नहीं।।
जाने क्या तू ढूंढ़ता है, तू इधर उधर।
मुझको नहीं इख्तियार, खोया है तू किधर।।
ना मैं हूं आज वो, जो थी मैं कल।
तू भी बदल गया है, ना अब है जो था कल।।
कुछ ही घड़ी बची है, जिंदगी की अब।
आजा, वक़्त है अभी,
ये पल रहेगा ना कल।।
देव