मैं लाई हूं, सितारे जमी पर
तू यकीन तो कर, कुछ पल ही सही
तेरी जिंदगी, है मंजिल मेरी
मेरे परवरिश पर, तू ना शक कर जरा
जागी हूं राते, कि तू चैन से सो
तेरे ख्वाबों को, मंजिल अपनी बनाई
मानती हूं, तू बड़ा हो गया अब
तेरी मंजिले है, मुझसे जुदा
फिर भी दुआ, करती हूं खुदा से
औलाद मेरी, रहे खुश सदा
देव