मेरे लफ्जो को पढ़कर,
उनका यू रों देना।
फिर पड़ना, और
तारीफ में हाल ए दिल लिख देना।।
मानता हूं, तुम्हे हंसाने की,
मेरी नाकाम कोशिश है ये।
पर शुक्रगुजार हूं, की मेरी,
कलम की तूने तारीफ करी।।
देव
मेरे लफ्जो को पढ़कर,
उनका यू रों देना।
फिर पड़ना, और
तारीफ में हाल ए दिल लिख देना।।
मानता हूं, तुम्हे हंसाने की,
मेरी नाकाम कोशिश है ये।
पर शुक्रगुजार हूं, की मेरी,
कलम की तूने तारीफ करी।।
देव