पथराई सी तेरी आंखो में
दो बूंद बन, कुछ नमी का सकते है
माना, जो छोड़ गया तुझे राहों में
उस तो नहीं, पर तेरे चेहरे पर
थोड़ी हंसी, कुछ खुशी तो ला सकते है
देव
पथराई सी तेरी आंखो में
दो बूंद बन, कुछ नमी का सकते है
माना, जो छोड़ गया तुझे राहों में
उस तो नहीं, पर तेरे चेहरे पर
थोड़ी हंसी, कुछ खुशी तो ला सकते है
देव