वो बोलते ही रह गए
मैं आगे निकल गया
किसने क्या कहा, क्यूं कहा
कुछ ना याद रहा
बेकार, आवारा, और ना जाने
क्या क्या नाम मिले मुझको
पहले जब इश्क़ किया था
ये इनाम मिले मुझको
फिर भी, पागल है
दिल कहा प्यार के बिना रहता है
फिर से मोहब्बत करले
धड़कन पे हर, ये कहता है
यू ही नहीं, मैं भूल जाता
हूं बाते जहान की
जब तेरा चेहरा हो सामने
क्या कैसे सुनूं बातें जहां की
इश्क़, नहीं मुझको,
तुझसे हुआ अब तक
और यू ही तू दिखती रही
रोकूंगा खुद को कब तक
देव