मेरे हिस्से में तेरी, जरासी जिंदगी आ जाए।।

सितारे आसमां के, जमीं पर सजे बैठे है
यार, किसने बनाया, गुलसिता तेरा,
हम पल में, अपना दिल खो बैठे है।।

स्याह रातों में, चमचमाती वादियां तेरी।
हर ओर से आती, टकरा कर, आवाज है मेरी।।
बादलों ने जमीं पर है, डेरा यहां डाला।
सर्द हवाओं ने मौसम को, हसीं बना डाला।।

ओडे ओस की चादर, वादियां सुस्त लेटी है।
कहीं जाने के यहां नहीं, किसी को जल्दी है।।
जिंदगी लगती है यहां, कुछ थमी सी है।
जीने में हर पल को, मग्शूल हर कोई है।।

बला की खूबसूरत, जमीं पर, आज मैं आया हूं।
अपने सपने, जीने का जज्बा, साथ लाया हूं।।
काश! वक़्त थम जाए, घड़ी कुछ पल को रुक जाए।
मेरे हिस्से में तेरी, जरासी जिंदगी आ जाए।।

देव

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