एक छोटी सी लव स्टोरी….

तेरा जिक्र हर बार आएगा
जब भी मोहब्बत के बारे में
मुझसे पूछा जाएगा।
मुलाक़ात, कुछ पल ही सही
बस एक झलक भर ही मिली
पर तेरा चेहरा, नहीं ओझल
अब हो पाएगा।।

वक़्त कुछ कम था
मैं, दोस्तो में जरा गुम था
यूं ही, जरा कुछ पल
रास्ते में ठहरा था
तू वही कहीं, बातों में मग्सूल
चली आ रही थी
बस, तभी, एक अहसास हुआ
तेरे छूने का आभास हुआ
मैं मुड़ा, तुम घूमी
तेरी नज़रे मेरी नज़रों से मिली
कुछ पल रुकी, फिर तेरी तस्वीर उतारी
तेरे कानों के, लटकते कुंडल
नाक की लौंग, होंठो की लाली
तेरी मेरे चेहरे को, टटोलती आंखे काली काली
सुर्ख गालो पर, आती शरम
तेरे लज्जा से, होता चेहरा गरम
सब कुछ बना डाली
तेरी तस्वीर अपने जेहन में उतारी

और फिर, हल्की सी मुस्कुराहट बिखेर
पलटी, तू अपने रास्ते पर चल दी
और पीठ पर एक थपथपाहट सी हुई
कानों में आवाज अाई, चल भाई
अभी दिल्ली जाना है
कहा खो गए, वो दाल किसी और की है
हमसे, नहीं गल पानी है।

देव

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