कुछ है, जो मुझे तुझसे मिलाता है,
कुछ है जो, पास तेरे ले आता है।
दूर कितना भी जाना चाहते है हम,
वक़्त हमे और करीब ले आता है।।
दर्द जब भी तुझको होता है
क्यूं मेरी आंखो में पानी होता है
खुशी आंगन में जब तेरे आती है
क्यूं मेरे चेहरे पे खिलखिलाहट आती है
तेरी गलियों से जब गुजरता हूं
क्यूं नज़रे तेरा दीदार चाहती है
जब भी पास तेरे आता हूं
तुझे छूने को, क्यूं उंगलियां बढ़ जाती है
मैं ढूंढ़ता फिर रहा हू जवाब सवालों के
क्यूं कदम मेरे,हर बार तुझ तक ले आते है
लोग कहते है, इश्क़ है मुझको
यू ही लोग दीवाना, नहीं बन जाते है।
देव