हारे भी है तो क्या
जिताया भी उन्हीं को
जिन्हे समझा था अपना
वो चले भी जाएं तो क्या
हम अब भी यही है
जहां दिल है अपना
रास्ता अभी बाकी है
मंजिले और भी है
मिलेंगे अभी बहुत हमसफ़र रहो में
उदास ना हो
बस, इक रात ही तो निकली है
फिर दिन निकलेगा, शाम होगी
फिर महफ़िल जवान होगी
फिर तेरे हाथो में जाम होगा
फिर लबों पर किसी का नाम होगा
बस, इस बार, रात को गुजरने ना देना
कुछ यू, अपनी अदाओं का अंदाज रखना
उसकी आंखो से ओझल ना होना
मोहब्बत का अपनी इजहार करना
सुबह होने से पहले, जिंदगी जी लेना
देव
Very nice