आज फिर, कुछ पल के लिए,
तुझे याद ना कर पाई।
या, तेरी यादों को साथ ले,
जश्न कहा माना मना पाई।
लोग तो बहुत है,
कुछ खास, कुछ आम।
लेकिन, तेरे बिना लगता है,
अधूरा सा आज भी माहौल जश्न का।
बैठी कुछ पल,
तुझे महसूस कर सकू।
तुझसे, अपनी खुशी,
कुछ गम की बातें कर लूं।
तू गया, पर यार, मेरे
साथ है मेरे
ये कहा लेने देते है
जरा चैन भी मुझे।
क्या कहूं इनकी, बिना पूछे,
पढ़ लेते है दिल मेरा।
ना पल मुझे देते है
तुझसे बात करूं जरा।।
काश! तू आज मेरे साथ होता,
देखता, खुश हूं कितनी
यारो का प्यार क्या होता।
देव