तेरे इश्क़ में, सारे आशिक़ फिदा है।।

नज़रों से तेरी, नज़ारे है बिखरे।
तेरी हंसी से, बागान है महके।।
कोई, तुझसे कह दे, ना बलखा के चलना।
हज़ारों है आशिक़, ना यू जान लेना।।

तेरी जुल्फ खुली तो, घटाएं है बरसी।
तेरे लब हिले तो, घरती है थिरकी।।
होले से है तेरा, जरा यू पलटना।
एक दीदार से, तेरा दीवाना होना।।

हां, तुझपे मरती, है लडको की टोली।
तेरे दिखने पर, मनती दीवाली होली।।
तू हूर है, परी है, तू अप्सरा है
तेरे इश्क़ में, सारे आशिक़ फिदा है।।

देव

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