चंद लकीरों में ही,
तेरा चेहरा उतर गया,
बिन देखे, बिन जाने तुझे,
करीब दिल के कर लिया,
खुशबू यूं ही नहीं,
बसी है, कागज में मेरे,
तेरी तस्वीर ने स्याही में,
इतर भर दिया,
वो यूं ही, मलते रह गए,
हाथो को अपने,
तस्वीर से निकाल कर तुझे,
मैं साथ हो लिया।
देव
चंद लकीरों में ही,
तेरा चेहरा उतर गया,
बिन देखे, बिन जाने तुझे,
करीब दिल के कर लिया,
खुशबू यूं ही नहीं,
बसी है, कागज में मेरे,
तेरी तस्वीर ने स्याही में,
इतर भर दिया,
वो यूं ही, मलते रह गए,
हाथो को अपने,
तस्वीर से निकाल कर तुझे,
मैं साथ हो लिया।
देव